विक्रम यूनिवर्सिटी छात्रावास में इंजीनियरिंग छात्र के साथ रात 1 बजे मारपीट: मां पहुंची उज्जैन, बेटे को साथ लेकर लौटी; पीड़ित छात्र डरा-सहमा!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन के प्रतिष्ठित विक्रम विश्वविद्यालय में मंगलवार देर रात एक बेहद चौंकाने वाली और गंभीर घटना सामने आई है। विश्वविद्यालय के शालीग्राम तोमर छात्रावास में इंजीनियरिंग थर्ड ईयर के छात्र सचिन देवनाथ के साथ चार छात्रों ने बेरहमी से मारपीट की। यह घटना रात करीब 1 बजे कक्ष क्रमांक एफ-10 में हुई, जब सचिन अपने कमरे में था। हमले से डरे-सहमे सचिन ने तुरंत माधवनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई और बुधवार की रात किसी और दोस्त के कमरे में जाकर सोया।

घटना की गंभीरता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि गुरुवार को छात्र की मां खुद उज्जैन पहुंचीं और विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज से मिलकर जवाब मांगा कि उनके बेटे की सुरक्षा और आरोपियों के खिलाफ अब तक क्या कदम उठाए गए हैं। लेकिन जब उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला, तो उन्होंने अपने बेटे को अपने साथ ले जाना ही उचित समझा।

पीड़ित छात्र ने अपनी शिकायत में एमबीए के मुकुल उपाध्याय, स्पोर्ट्स विभाग के कृष्णा उदासी, कृषि विभाग के रानू गुर्जर और तुषार, तथा इंजीनियरिंग के मोईन शेख का नाम लिया है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।

बुधवार को प्रोक्टोरियल बोर्ड और वार्डन की बैठक हुई थी, जिसमें एक छात्र से छात्रावास खाली कराने और सभी आरोपी छात्रों को निष्कासित करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन गुरुवार शाम तक भी कोई लिखित आदेश जारी नहीं हुआ। वार्डन और विभागाध्यक्ष ने स्पष्ट किया है कि वे विश्वविद्यालय प्रशासन से आदेश मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई कर पाएंगे।

इस पूरे घटनाक्रम में सबसे चिंताजनक और शर्मनाक पहलू यह है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया बेहद सुस्त और असंवेदनशील रही। कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज का सिर्फ इतना कहना था कि “छात्र की मां मिलने आई थीं और वे अपने बेटे को साथ ले गईं।”

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